गौरवशाली जननायक संग्रामशाह

            गौरवशाली जननायक संग्रामशाह  
संग्रामशाह महान  विद्वान और योद्धा थे गोंडी प्रकृत ब्राही संस्कृत फ़ारसी भासा के विद्वान थे संगीत के भैरी -चक्र  आगम -निगम तंत्र -मन्त्र से गोंडी प्राकृत में गण नृपेण राजयम संस्कृतम में -निति( शास्त्र र )काव्य की रचना की थी इब्राहिम लोदी को परास्त करने राजपूत और हिन्दू राजाओ ने दर -दर के ठोकरे खता चंगेजखान  ,तैमूर के नाती को बुलाया ,निमंत्रण देकर कहला भेजा -हम तुम्हारी सहायता करेंगे बहिन बेटी और दान देकर राजपूतो ने जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर को समरकंद से बुलाया था। वह काबुल में अपने थोड़े से लुटेरे साथियो सहित डेरा दाल के था हिंदुस्तान का इतिहास ही है.सिकंदर को भी पौरस से लड़ने निमंत्रण दिया गया था। हर्ष के बाद दिल्ली को लूटने मोहमद मोहम्मद बिन कासिम को बुलाया था.जयचंद ने मोहम्मद बिन गोरी को बुलाया। राजपुतो ने बाबर को बुलाया। 

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